काली गाजर की खेती: बंपर मुनाफे की गारंटी! जानें कहां है इसकी जबरदस्त डिमांड
Updated May 30, 2025 16:59 IST
आपने लाल गाजर तो काफी खाई होंगी, लेकिन आज हम आपको गाजर की एक बेहद डिमांडिंग वैरायटी यानी काली गाजर के बारे में बताने जा रहे हैं। जी हां, काली गाजर (Black Carrot ) कई वजहों से आपके लिए बेहद उपयोगी है।इसकी डिमांड फार्मा, हेल्थ केयर से लेकर कई फूड मेकिंग में काफी है। काली गाजर की खेती किसान भाइयों को बंपर मुनाफा करवाती है।
काली गाजर की खेती: बंपर मुनाफे की गारंटी! जानें कहां है इसकी जबरदस्त डिमांड
आपने लाल गाजर तो काफी खाई होंगी, लेकिन आज हम आपको गाजर की एक बेहद डिमांडिंग वैरायटी यानी काली गाजर के बारे में बताने जा रहे हैं। जी हां, काली गाजर (Black Carrot ) कई वजहों से आपके लिए बेहद उपयोगी है।इसकी डिमांड फार्मा, हेल्थ केयर से लेकर कई फूड मेकिंग में काफी है। काली गाजर की खेती किसान भाइयों को बंपर मुनाफा करवाती है।
मिनरल्स और विटामिन से भरपूर
काली गाजर में आयरन, तांबा, पोटेशियम, फास्फोरस के साथ भरपूर मात्रा में विटामिन ए, बी, सी और ई पाया जाता है।
इन जगहों पर की जाती है खेती
काली गाजर में आयरन, तांबा, पोटेशियम, फास्फोरस के साथ भरपूर मात्रा में विटामिन ए, बी, सी और ई पाया जाता है।
काली गाजर की कटाई
काली गाजर की कटाई बुवाई के 70 से 90 दिन बाद की जाती है। इसकी उपज 8 से 10 टन प्रति हेक्टेयर मिल जाती है।
नवंबर के पहले सप्ताह में बुवाई
इसकी बुवाई अक्टूबर के अंत और नवंबर के पहले सप्ताह में की जाती है।
गहरी ह्यूमस वाली मिट्टी
काली गाजर की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली गहरी ह्यूमस वाली मिट्टी का चयन करें।
इतने बीज की जरूरत
एक हेक्टेयर क्षेत्र के लिए लगभग 4 से 6 किलो काली गाजर के बीज की आवश्यकता होती है।
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited